कुशी नगर संवाद दाता रिपोर्ट । पडरौना-कसया मार्ग पर शहर के तहसील गेट के समीप एक गांव में जा रही दुर्गा प्रतिमा पर सोमवार को कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। इसके बाद लाठी-डंडा लेकर प्रतिमा लेकर जा रहे युवकों पर हमला कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित हो गई और करीब 12 लोग घायल हो गए। इससे आक्रोशित लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर पहुंच कर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। सारे विवाद के कारण करीब साढ़े तीन घंटे तक हाईवे पर तनाव की स्थिति रही। पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपियों को हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र के भिसवा लाला गांव के युवक सोमवार को बावली चौक से दुर्गा प्रतिमा लेकर गांव लौट रहे थे। इस दौरान डीजे पर धार्मिक गीत भी बजाये जा रहे थे। दोपहर करीब 3.15 बजे छावनी के तहसील गेट से 30 मीटर ही आगे बढ़े थे कि अचानक दुर्गा प्रतिमा पर पास के कुछ घरों से पथराव होने लगा। इससे अफरातफरी मच गई। पथराव के दौरान भिसवा लाला गांव निवासी अभिषेक (15) का सिर फट गया। रोहित चौहान (18), संदीप (16), आकाश (13), विकास (27) और रामलखन (15) भी गंभीर रूप से घायल हो गए। पथराव का विरोध करने पर हमलावर लाठी-डंडा लेकर निकल पड़े और युवकों पर हमला बोल दिया। इसके चलते मौके पर अफरातफरी मच गई। हाईवे से गुजर रहे वाहन भी खड़े हो गए। सड़क पर विवाद होने के कारण कुछ समय के लिए आवागमन भी बंद हो गया। सूचना के करीब 15 मिनट बाद इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह कोतवाली पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक पथराव करने वाले घरों के युवक और परिजन भी फरार हो गए। आसपास की दुकानें भी बंद कर दी गईं।
इसके बाद कार्रवाई की मांग को लेकर भिसवा लाला गांव के युवक प्रतिमाओं को रोक सड़क पर प्रदर्शन करने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस पहुंच गई और आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद सीओ सदर अभिषेक प्रताप अजेय भी मौके पर आ गए। कई थानों की पुलिस फोर्स भी घटनास्थल पर आ गई। इसकी भनक लगते ही शहर के हिंदूवादी संगठनों के लोग भी मौके पर आ पहुंचे। इससे मामला गरमाने लगा। पुलिस की ओर से कई दौर की वार्ता के बाद भी लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और खंडित प्रतिमा की जगह दूसरी प्रतिमा मुहैया कराने की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने दो बार हाईवे को जाम किया। इससे आवागमन ठप हो गया। मामला बढ़ता देख पुलिस अफसरों ने एसपी संतोष कुमार मिश्रा को इसकी सूचना दी। इसके बाद एसपी के निर्देश पर एएसपी रितेश कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। इस दौरान पूरे छावनी को पुलिस ने घेराबंदी कर 10 लोगों को हिरासत में ले लिया। एएसपी ने भी दो बार वार्ता की। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि मामले में 10 लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है। घटना में संलिप्त किसी भी दोषी को पुलिस नहीं छोड़ेगी। इस आश्वासन के बाद आक्रोशित लोग शांत हो गए।