श्रीनगर ब्यूरो रिपोर्ट। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष जो भी करवाना चाहता है, वही होता है। मोदी सरकार कानून लाती है, हम उनके सामने खड़े हो जाते हैं, फिर वे यू-टर्न ले लेती है।
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी का कॉन्फिडेंस खत्म हो चुका है। उनकी साइकोलॉजी को हमने तोड़ दिया है। पीएम मोदी पहले जैसे थे, वे अब वैसे नहीं रहे। हमने पीएम मोदी को साइकोलॉजिकली तोड़ दिया है।
‘देश में हिंसा फैलाते हैं BJP-RSS के लोग’
कांग्रेस नेता ने कहा कि BJP-RSS के लोग पूरे देश में नफरत और हिंसा फैलाते हैं। ये पूरे देश में भाई को भाई से लड़ाते हैं। इनकी राजनीति भी नफरत की है। हम सब जानते हैं कि नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता है। नफरत को सिर्फ मोहब्बत से ही खत्म किया जा सकता है।
‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’
राहुल गांधी ने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ- नफरत फैलाने वाले लोग हैं, दूसरी तरफ- मोहब्बत की दुकान खोलने वाले लोग हैं। हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले फिर मणिपुर से महाराष्ट्र तक चले। इसका संदेश एक ही था- नफरत से किसी को फायदे नहीं होता। इसलिए हमने हर नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली है।
‘पहली बार राज्य को बनाया गया केंद्र शासित’
हिंदुस्तान में बहुत बार ऐसा हुआ है जब केंद्र शासित को राज्य बनाया गया है। कई बार राज्यों को दो भाग में बांटा गया है। लेकिन इतिहास में पहली बार हुआ, जब किसी राज्य को केंद्रशासित बनाकर जम्मू-कश्मीर का हक छीना गया। इसलिए हम चाहते हैं जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिया जाए।
‘जम्मू-कश्मीर को मिलेगा राज्य का दर्जा’
राहुल गांधी ने कहा कि हम इसके लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे और अगर ये नहीं करेंगे तो हम कर के देंगे। हमारी सोच थी कि चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिल जाना चाहिए। लेकिन बीजेपी सरकार ने ऐसा नहीं किया। चुनाव के बाद हम सरकार पर दबाव डालेंगे कि आपको स्टेटहुड मिल जाए।
‘पूरे देश में बेरोजगारी फैलाई है मोदी सरकार’
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में बेरोजगारी फैला रखी है। ये केवल देश के दो-तीन अरबपतियों को फायदा पहुंचाते हैं। एक तरफ मोदी सरकार ने चंद अरबपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया।
दूसरी तरफ नोटबंदी और गलत GST लागू कर छोटे व्यापारियों और MSMEs को ख़त्म कर दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि आज देश में कहीं भी रोजगार नहीं बन पा रहे हैं।