टाटा ट्रस्ट रिपोर्ट | टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनने के बाद नोएल टाटा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं अपने साथी ट्रस्टियों द्वारा मुझे दी गई जिम्मेदारी से बहुत सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहा हूं। नोएल टाटा की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि मैं रतन एन. टाटा और टाटा समूह के संस्थापकों की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।
उन्होंने कहा कि एक सदी से भी पहले स्थापित टाटा ट्रस्ट सामाजिक भलाई के लिए एक अनूठा माध्यम है। इस पवित्र अवसर पर मैं अपने विकासात्मक और परोपकारी पहलों को आगे बढ़ाने और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए खुद को फिर से समर्पित करूंगा।
जानकारी के अनुसार नोएल टाटा अभी सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट्स और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल के पिता का नाम नवल एच. टाटा और मां सिमोन एन. टाटा है। वह निर्विरोध टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन चुने गए हैं। नोएल पिछले करीब चार दशक से टाटा समूह का हिस्सा हैं और टाटा ग्रुप की कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं।
वह टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के प्रेसिडेंट हैं। इसके अलावा टाइटन कंपनी लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट भी हैं। बता दें हाल ही में टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड ने उनके मैनेजिंग डायरेक्टर रहते हुए कई अरब की कमाई की है।
नोएल ने ब्रिटेन की सक्सेस यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम की पढ़ाई की है। नोएल टाटा के 3 बच्चे लिया, माया और नेविल हैं, जो टाटा ग्रुप में अलग-अलग महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। बता दें 86 साल के रतन टाटा ने 9 अक्टूबर की रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। 10 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार किया गया है।