छतीसगढ़ ब्यूरो रिपोर्ट। मध्यवर्गीय नागरिक संगठन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने आम बजट को मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए निराशाजनक बताते हुए कहा कि मध्यमवर्गीय और निम्न मध्यमवर्गीय परिवार महंगाई की मार से राहत चाहते थे परंतु सरकार ने उन्हें राहत देने के बजाय अलग-अलग मदों पर टैक्स की दरें बढ़ाकर उन्हें निराश किया है।उन्होंने कहा कि पहले पुरानी आयकर प्रणाली कोई यथावत रखते हुए नई आयकर प्रणाली में में थोड़ी राहत दी गई,लेकिन पुरानी आयकर प्रणाली को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे बचत करने की भावना समाप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि भारत ऐसा देश है जहां हजार रुपए महीना कमाने वाला आदमी बचत करता है ।इस बचत से वह परिवार अपने भविष्य के सपनों को साकार करता है ,परंतु सरकार ने बचत में छूट के प्रावधानों को लगभग समाप्त करने की दिशा में अपना कदम आगे बढ़ाया है । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2014 तक पांच लाख रुपए तक की आय को करमुक्त करने की मांग करती थी । एजुकेशन लोन में ब्याज की दर कम करने का स्वागत करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि पेट्रोल ,डीजल, रसोई गैस के दाम करने, खाद्यान्न पदार्थ के आसमान छूते रेट कम कम करने की दिशा में कोई प्रयास बजट में नही है ।