यूपी ब्यूरो रिपोर्ट। यूपी की राजधानी लखनऊ में चोरों पुलिस वालों को ही चूना लगा दिया। डीसीपी कार्यालय दक्षिण कार्यालय के सामने होटल पर दरोगा और दीवान चाय पी रहे थे। चोरों ने उन्हीं के साथ कारनामा कर दिया। दरोगा और दीवान को इस बारे में काफी देर तक जानकरी ही नहीं हुई कि उनके मोबाइल चोरी हो गए हैं। चाय की चुस्की लेने के बाद सीयूजी नम्बर समेत निजी नम्बर वाले मोबाइल चोरी होने का पता चला। आनन-फानन में सर्विलांस की मदद से चोरी हुए मोबाइल हैंडसेट को तलाशा गया। 15 दिन की मशक्कत के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर पीजीआई कोतवाली में दरोगा ने चोरी का मुकदमा दर्ज कराया।
दरोगा राम औतार गुप्ता डीसीपी दक्षिण कार्यालय में तैनात है। 11 अक्टूबर की सुबह ऑफिस पहुंचने के बाद चाय पीने के लिए दीवान रविंद्र कुमार संग चाय के होटल पर गए थे। चाय का आर्डर देने के बाद दरोगा और दीवान बात करने लगे। इस बीच दोनों ने मोबाइल फोन कुर्सी पर रख दिए। चाय खत्म होने के बाद मोबाइल उठाने के लिए मुड़े। तो पैरों तले जमीन सरक गई। आंख से काजल चुराने की तर्ज पर दरोगा और दीवान के मोबाइल फोन चोर उठा ले गए। बातचीत में मग्न पुलिस कर्मियों को चोरों की आहट तक पता नहीं चली। दरोगा के चोरी हुए हैंडसेट में सीयूजी और प्राइवेट नम्बर के सिम लगे थे। वहीं, दीवान के मोबाइल में प्राइवेट सिम था। हैंडसेट चोरी होने की बात को गोपनीय रखा गया। चोरी हुए मोबाइल वापस नहीं मिलने पर शनिवार को दरोगा राम औतार ने पीजीआई कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।