उत्तर प्रदेश ब्यूरो रिपोर्ट |यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली के दिन गुरुवार 31 अक्टूबर को कहा कि ”जो रामभक्त है, वही राष्ट्रभक्त भी बन सकता है। भारत की ताकत सनातन धर्म से जुड़ी हुई है।” सीएम योगी ने जाति, विश्वास, भाषा या धर्म से परे एकता पर जोर दिया।
सीएम योदी ने दिवाली के अवसर पर अयोध्या में नए राम मंदिर और हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। सीएम योगी ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर कहा, ‘इस वर्ष का दिवाली उत्सव ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद रामलला अपने धाम में विराजमान हुए हैं। अयोध्याधाम में रामलला की जन्मस्थली में बनने वाले नए मंदिर में भी असंख्य दीप जलाए जाएंगे।”
सीएम योगी ने आगे कहा, “राज्य सरकार ‘दीपोत्सव’ का आयोजन करके अयोध्या में दिवाली मनाने की प्राचीन और गौरवशाली परंपरा को फिर से स्थापित कर रही है और पूरे विश्व समुदाय को अयोध्या की महिमा से परिचित कराने का काम कर रही है।”
मुख्यमंत्री योगी ने एक बयान में कहा कि आरएसएस नेतृत्व और पूज्य संतों के आशीर्वाद से राम लला अब भव्य राम मंदिर में विराजमान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अयोध्या के नागरिकों और संतों की इच्छाओं को पूरा किया है और अब सभी को इस विरासत को कायम रखना चाहिए। आदित्यनाथ ने कहा, “यह आत्मसंतुष्टि का समय नहीं है।”
सीएम योगी बोले- विभाजन हमें केवल कमजोर करेगा
उन्होंने कहा, “हमें जाति, विश्वास, भाषा या धर्म से परे एकजुट होना चाहिए; विभाजन हमें केवल कमजोर करेगा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि बजरंगबली की गदा सनातन धर्म की रक्षा करेगी और भारत के लोकाचार पर किसी भी खतरे से सख्ती से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा, “भारत की ताकत सनातन धर्म से जुड़ी हुई है। हमारी असली पहचान सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता में है, न कि केवल शब्दों में।”
आदित्यनाथ ने अयोध्या के मीरापुर बुलंदी दलित बस्ती का भी दौरा किया, जहां उन्होंने महिलाओं के बीच मिठाई और कपड़े बांटे और बच्चों को चॉकलेट दी। उन्होंने याद किया कि ‘त्रेता युग’ में भगवान राम के 14 साल के वनवास से लौटने पर अयोध्या दीयों से जगमगा उठी थी। आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि यह त्योहार प्रत्येक प्रकाशित दीप के माध्यम से ज्ञान, विश्वास और शिक्षा का प्रकाश फैलाने का संदेश देता है।