सीहोर ब्यूरो रिपोर्ट : आष्ठा की शास्त्री कॉलोनी में दो साल का मासूम घर की छत से नीचे गिर गया. परिजन गंभीर हालत में बच्चे को सिविल अस्पताल ले गए. आरोप है कि डॉक्टर नशे में ड्यूटी कर रहे थे. इधर परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाकर नारेबाजी की. सूचना पर आष्टा तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिजन को समझाईश दी. तब परिजन बच्चे को लेकर इंदौर रवाना हुए, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई. आष्टा तहसीलदार पंकज पवैया ने बताया, ”सिविल अस्पताल पर परिजन ने अव्यवस्था और लापरवाही का आरोप लगाया है. मैंने जांच के निर्देश दिए हैं.”
ये है मामला
रविवार रात में शास्त्री कॉलोनी में एक 4 साल का बालक जिसका नाम वर्धन पिता अखलेश जैन है। मकान की दूसरी मंजिल से गिर गया, जिसके कारण उसे काफी चोट आई। गंभीर हालत में घायल बालक को परिजन सिविल अस्पताल पहुंचे तब ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सुदर्शन ग्रेवाल थे।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ड्यूटी के दौरान नशे में धुत था। घायल बालक का क्या इलाज करना है। डॉक्टर को ही नशे के कारण समझ में नहीं आ रहा था। परिजनों ने तत्काल निर्णय लिया और उसे एम्बुलेंस नहीं होने पर जननी एक्सप्रेस में घायल बालक को लेकर इंदौर रवाना हो गए। इसके बाद में जावर की एम्बुलेंस ऑक्सीजन ले कर आगे रवाना हुए। जहां देवास में उसने दम तोड़ दिया।
इधर सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग अस्पताल पहुंच गए और नशे में धुत डॉक्टर का मेडिकल कराने, उसके खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।