हाथरस ब्यूरो रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग भगदड़ हादसे के बाद हाथरस में हर जगह मातम का माहौल है,इस दर्दनाक हादसे में अब तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, 20 लोग लापता हैं, 50 से अधिक घायल अलग-अलग अस्पताल में भर्ती हैं,इस घटना पर हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन FIR में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ का नाम तक नहीं है।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की है. हाथरस पुलिस ने बाबा को FIR में नामजद नहीं किया है।
घटना हाथरस जिले में मंगलवार को सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की है. जहां नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी थी. जबकि, इजाजत सिर्फ 80 हजार लोगों की थी. सत्संग में आयोजन की शर्तों का भी उल्लंघन किया गया. 80 हजार की अनुमति ली, भीड़ आई ढाई से तीन लाख जुटे।
हाथरस की LIU, पुलिस भीड़ का अंदाजा नहीं लगा पाई. AC कमरे में बैठकर पुलिस-प्रशासन ने सत्यापन किया. पुलिस की FIR में सारी लापरवाही सेवादारों की बताई गई. सेवादारों और आयोजकों को ही पुलिस जिम्मेदार बता रही है. पुलिस-प्रशासन अपनी लापरवाही को कल से छिपा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अब हाथरस पहुंच चुके है घटनास्थल का लेंगे जायजा और घायलों से करेंगे मुलाकात, साथ ही इस घटना पर मृतक के परिवारों को 2-2 लाख रू और गंभीर रू से घायलों के परिवार को 50-50 हज़ार का मुआवजा दिया जाएगा।