नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली को भारतीय टीम में चुना गया है। शर्मा से वनडे की कप्तानी छीनकर टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को सौंप दिया गया है। सबा करीम जैसे पूर्व क्रिकेटर रोहित शर्मा से कप्तानी छीने जाने पर सवाल उठा रहे हैं। दूसरी तरफ पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर हिटमैन और किंग कोहली को टीम में लिए जाने पर ही सवाल उठा रहे हैं। पूछ रहे हैं कि आखिर चयनकर्ताओं ने उन्हें किस आधार पर टीम में रखा है।
वेंगसरकर ये सवाल तब उठा रहे हैं जब रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही टेस्ट और T20I से संन्यास ले चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ वनडे फॉर्मेट के लिए ही उपलब्ध हैं। वह सवाल कर रहे कि चयनकर्ताओं ने आखिर किस आधार पर तय किया कि दोनों टीम में रखे जाने चाहिए।
अगर प्रदर्शन को चयन का आधार माना जाए तो टीम इंडिया ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला 9 मार्च 2025 को खेला था। न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल। उस मैच में रोहित शर्मा हाईएस्ट रन स्कोरर रहे थे। उन्होंने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए थे। प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे।
विराट कोहली सिर्फ 1 रन बनाए थे लेकिन वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में श्रेयस अय्यर के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय थे। अय्यर ने 243 और कोहली ने 218 रन बनाए थे। टूर्नामेंट में किंग कोहली से ज्यादा सिर्फ 4 बल्लेबाजों ने रन बनाए थे और टॉप स्कोरर रचिन रविंद्र से वह महज 45 रन पीछे थे। रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी में 180 रन बनाए थे और वह श्रेयस अय्यर, विराट कोहली और शुभमन गिल के बाद चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज थे।
दिलीप वेंगसरकर ने मिड-डे से बातचीत में अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर उन्होंने विराट और रोहित को किस आधार पर जज किया कि वे टीम में लिए जाने के लायक हैं।
उन्होंने कहा, ‘रोहित और विराट वर्षों से महान खिलाड़ी रहे हैं लेकिन अगर आप सिर्फ एक फॉर्मेट में खेल रहे हैं तो मेरा मानना है कि चयनकर्ताओं को इस पर फैसला लेने की जरूरत है। मुझे लगता है कि ऐसे खिलाड़ियों की फॉर्म और फिटनेस के बारे में आपको पता नहीं हो सकता या आप जज नहीं कर सकते क्योंकि वे लंबे समय से खेल से दूर हैं। उनकी फॉर्म और फिटनेस का आंकलन बहुत मुश्किल है।’
वेंगसरकर ने आगे कहा, ‘रोहित और विराट को संभवतः उनके शानदार रिकॉर्ड की वजह से चुना गया। वे महान खिलाड़ी रहे हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट की बड़ी सेवा की है, सभी फॉर्मेट में कई मैच जिताए हैं। लेकिन चूंकि वे टेस्ट नहीं खेल रहे और टी20 भी नहीं खेल रहे और सिर्फ एक फॉर्मेट ओडीआई में खेल रहे जो सीजन में बहुत ही कम खेली जाती है, ऐसे में उनकी फॉर्म और फिटनेस को मापना बहुत मुश्किल है। लेकिन जब उन्हें चुन लिया गया है तो चयनकर्ताओं ने संभवतः वो जांचा हो, हालांकि मैं नहीं जानता कि ये कैसे किया गया है।’