कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ व्रत रखा जाता है। इस साल करवा चौथ व्रत 10 अक्तूबर, शुक्रवार को है। करवा चौथ व्रत निर्जला रखा जाता है, इस व्रत में अन्न व जल ग्रहण करने की मनाही होती है। व्रत का पारण शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद किया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से पति की आयु लंबी होती है और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है। हालांकि करवा चौथ व्रत में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। माना जाता है कि करवा चौथ व्रत में कुछ गलतियों को करने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। जानें करवा चौथ व्रत के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
करवा चौथ के दिन क्या करना चाहिए:
1. इस दिन व्रत में कुछ जगह पर सरगी खाने का रिवाज है, तो कुछ जगह पर ऐसी परंपरा नहीं निभाई जाती है। इसलिए अपने रिवाज के अनुसार ही व्रत को करना चाहिए।
2. इस दिन महिलाओं को 16 श्रृंगार करना चाहिए।
3. करवा चौथ व्रत का पारण शाम को चंद्र दर्शन व अर्घ्य देने के बाद करना चाहिए।
5. करवा चौथ व्रत में मिट्टी के करवे का प्रयोग किया जाता है और करवा माता की कथा सुनी जाती है।
6. करवा चौथ व्रत में भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश व कार्तिकेय जी की पूजा की जाती है।
7. इस दिन सुहाग का सामान, अन्न व धन का दान अपनी सामर्थ्यनुसार करना चाहिए।
करवा चौथ के दिन क्या नहीं करें
1. इस दिन वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए।
2. नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए।
3. करवा चौथ व्रत के दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
4. इस दिन झूठ, छल व कपट से दूर रहना चाहिए।
5. करवा चौथ के दिन काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए। हिंदू धर्म में काला रंग शुभता का प्रतीक नहीं माना गया है।
6. इस दिन पति-पत्नी को लड़ाई नहीं करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से करवा माता नाराज हो सकती हैं।