महाराष्ट्र ब्यूरो रिपोर्ट। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री और उनके दो उप-मुख्यमंत्री एनसीपी के अजित पवार और शिवसेना के एकनाथ शिंदे के शपथ ग्रहण के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने अब विभागों के बंटवारे पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया है। ताजा अपडेट ये है कि शिवसेना कोटे से इस बार 11 विधायक मंत्री बन सकते हैं।
सरकार गठन के बाद अब मंत्रिमंडल गठित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। फिलहाल इस मामले पर विचार किया जा रहा है क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने गृह मंत्रालय पर जोर दिए जाने से गठबंधन में चीजें पेचीदा और नाजुक हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिपरिषद की संरचना पर स्पष्टता आज-कल में आने की उम्मीद है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की संभावना है।
एकनाश शिंदे की शिवसेना ने मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए अपने पूर्व मंत्रियों और संभावित मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है। कहा जा रहा है कि उसमें दो पूर्व मंत्रियों का पत्ता साफ होता दिख रहा है। पूर्व मंत्री संजय राठौड़ और अब्दुल सत्तार का पत्ता कटने वाला है। इन दो पूर्व मंत्रियों की जगह नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। इनके आरोपों को देखते हुए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना नहीं है। शिवसेना से से 5 नए विधायकों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है।