महाराष्ट्र ब्यूरो रिपोर्ट। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर महा विकास आघाडी में गतिरोध के बीच सहयोगी दलों कांग्रेस और शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी)प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और विचार-विमर्श किया. एमवीए सूत्रों ने कहा कि आम सहमति बनने के बाद एक या दो दिन में सीट बंटवारे पर समझौता हो जाने की संभावना है. विधानसभा चुनावों को लेकर महाराष्ट्र से झारखंड तक सियासी हलचल तेज है. भाजपा अपनी पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी कर एक कदम आगे निकल चुकी है, जबकि कांग्रेस अब भी सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर ही फंसी है. झारखंड में हेमंत सोरेन की जेएमएम ने सीट शेयरिंग का फॉर्मूला जारी कर अपने सहयोगियों को नाराज कर दिया है. झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन में अब खटपट साफ सुनाई देने लगी है. वहीं, महाराष्ट्र में भी कांग्रेस की टेंशन बरकरार है. हरियाणा रिजल्ट की वजह से उद्धव वाली शिवसेना उसे अधिक भाव नहीं दे रही है. यही वजह है कि दोनों के बीच में करीब 28 सीटों पर पेच फंसा है. हालांकि, एनसीपी नेता शरद पवार कांग्रेस-शिवसेना के बीच उलझन को सुलझाने में जुट गए हैं
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू होने से एक दिन पहले तक महाविकास अघाड़ी में तकरार जारी है. महा विकास अघाड़ी में कई राउंड की बैठक हो चुकी है, मगर अब तक उद्धव वाली शिवसेना और कांग्रेस के बीच तकरार खत्म नहीं हुई है. सूत्रों का दावा है कि एमवीए में 260 सीटों पर सहमति बन गई है. राज्य में विधानसभा की 288 सीटें हैं. बची हुई 28 सीटों को लेकर तकरार बना हुआ है. इनमें मुंबई और विदर्भ क्षेत्र की कई सीटें हैं. दरअसल, विदर्भ में कांग्रेस की स्थिति बेहतर है. बीते लोकसभा चुनाव में इलाके की 10 सीटों में से पांच पर कांग्रेस को जीत मिली थी. इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले विदर्भ क्षेत्र से आते हैं. यही वजह है कि कांग्रेस यहां दांव लगाना चाहती है, मगर हरियाणा रिजल्ट को लेक शिवसेना उस पर ज्यादा भरोसा करने की स्थिति में नहीं है. बहरहाल, आज कांग्रेस की अहम बैठक है.