राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन मंगलवार आरोग्यधाम में पंचकर्म कराया। इसमें आयुर्वेदिक तरीके से शरीर का इलाज कराया गया। इसके लिए दो बार वह अस्पताल के इस कक्ष में पहुंचे और लगभग दो-दो घंटे यहां पर रुके। चित्रकूट जिले में आरएसएस के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को नसीहत दी कि वे सेवा भाव के जरिये राजनीति के क्षेत्र में भी मजबूत पकड़ बनाएं। उन्होंने संघ की शाखाएं गांव-गांव तक पहुंचाने पर जोर दिया।
मंगलवार को यहां दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता विद्यापीठ परिसर के डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में दो दिवसीय प्रांत संघ चालक वर्ग शुरू हुआ।
इसमें महाकौशल प्रांत के 34 जिलों व 10 विभागों के एक सौ से अधिक प्रांत, जिला, महानगर, नगर प्रचारक शामिल हुए। संघ प्रमुख ने कुटुंब प्रबोधन व स्व का भाव जागृत करने के लिए काम करने पर जोर दिया। भागवत ने महाकौशल प्रांत में संगठन को हर गांव तक पहुंचाने के लिए प्रांत, जिला, महानगर व नगर चालकों से राय मांगी।
इस मौके पर मुस्लिम बस्तियों में संघ की शाखा लगाने के लिए किसी तरह की परेशानी होने पर बातचीत करने की भी योजना बनाई गई। संघ प्रमुख ने कहा कि एकजुटता व राष्ट्रवाद की भावना को हर परिवार में जागृत करने से देश ताकतवर होगा। कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से संघ समाज के अलग-अलग परिवारों के बीच तालमेल व सौहार्द कायम करने का प्रयास करता है।
युवा शक्ति और आगामी राजनीतिक माहौल पर मंथन
संघ परिवार से मिले संस्कार को कार्यकर्ता देश हित में लगाएं। इससे उसके अंदर राष्ट्रवाद की भावना आएगी। 2025 में इस शताब्दी वर्ष के पूर्व ही संघ को गांव-गांव पहुंचाने की योजना पर काम करने पर जोर दिया गया। यहां संघ के मूल सिद्धांत पर भी चर्चा की गई। खासकर युवा शक्ति और आगामी राजनीतिक माहौल पर मंथन किया गया।