राजस्थान ब्यूरो रिपोर्ट | राजस्थान के कोटा जिले के नांता थाना क्षेत्र में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। मां की डांट से नाराज होकर 10 वर्षीय बच्ची ने घर छोड़ दिया और 2 दिन बाद उसका शव चंबल नदी की नहर से बरामद हुआ। बच्ची बुधवार शाम से लापता थी, और शुक्रवार को उसका शव घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर बूंदी जिले के नमाना क्षेत्र में मिला।
नांता थानाधिकारी नवल किशोर शर्मा के अनुसार, 10 वर्षीय बालिका मोहनलाल सुखाड़िया आवासीय योजना में रहती थी। बुधवार को पड़ोसियों ने बच्ची के बारे में शिकायत की थी कि वह सुखाए गए कपड़ों को इधर-उधर कर देती है। इसी बात पर मां ने उसे डांट लगाई। डांट से नाराज होकर बच्ची साइकिल लेकर घर से निकल गई।
जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान बच्ची की साइकिल बड़गांव नहर के पास खड़ी मिली। इसके बाद पुलिस ने नगर निगम के गोताखोरों की मदद से सर्च अभियान चलाया।
लगातार दो दिन चले सर्च ऑपरेशन के बाद शुक्रवार को बच्ची का शव नहर के चौड़े हिस्से में, जहां पानी तालाब की तरह जमा हो गया था, बरामद हुआ। इस घटना से परिवार और पड़ोसियों में शोक की लहर है। थानाधिकारी ने बताया कि नहर बंद करवाकर गोताखोरों के जरिए तलाशी अभियान चलाया गया। बच्ची की बॉडी उस स्थान से 25 किलोमीटर दूर बरामद हुई, जहां उसकी साइकिल मिली थी।