नई दिल्ली ब्यूरो रिपोर्ट | दिवाली पर पटाखा बैन विवाद पर बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी हिंदुओं के त्योहार आते हैं, उनमे साजिश रची जाती है.
होली-दिवाली पर ज्ञान दिया जाता है, कोई बकरीद पर सवाल क्यों नहीं उठाता? बागेश्वर बाबा ने आगे कहा, “यह इस देश का दुर्भाग्य है कि जब भी सनातन हिंदू धर्म के त्योहार आते हैं कोई ना कोई कानून के उल्लंघन की बात करता है, रोक लगाता है, रोक लगाने की मांग करता है. किसी ने कहां कि दिवाली पर जो इतने तेल के दिए जलाए जाते उससे कितने गरीबों का भला हो जाएगा.”
उन्होंने कहा, “मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस देश में बकरीद भी तो मनाई जाती है, उसे बंद करवा दो. बकरीद में जो लाखों रुपयों के बकरे काटे जाते हैं, उन रुपयों को गरीबों में बांट दो इससे उनका भला होगा. साथ ही जीव हिंसा भी बचेगी.”
उन्होंने कहा, “एक साहब ने कहा कि पटाखों से प्रदूषण होता है. एक जनवरी को हैप्पी न्यू ईयर के नाम पर पटाखे फोड़े जाते हैं, तब इनका ज्ञान कहां जाता है. तब प्रदूषण नहीं होता है, दिवाली आते ही प्रदूषण हो जाता है. होली आते ही पानी खराब हो जाता है. जब खून खराबा होता तब यह लोग स्टेटमेंट नहीं देते, तब मांग नहीं करते हैं, तब यह कानून लाने की बात नहीं करते हैं. हिंदू त्योहार पर दोगलापन बंद हो. हम तो दिवाली अच्छे से मनाएंगे, हमने सुतली बम खरीद लिया है.”
पर्यावरण की रक्षा के लिए कई राज्यों में पटाखों पर बैन
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने पर्यावरण की रक्षा के लिए पटाखों के इस्तेमाल पर सख्त नियम लागू किए हैं. केवल ‘ग्रीन क्रैकर्स’ ही सीमित समय के लिए अनुमति प्राप्त हैं, जो प्रदूषण को कम करने में सहायक माने जाते हैं.