उमर अब्दुल्ला आज केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए पहले विधानसभा चुनाव में आईएनडीआईए को बहुमत मिला। इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस को सबसे अधिक 42 सीटें मिलीं। आजादी के बाद से अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी कमान संभाल रही है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस कैबिनेट से बाहर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह उन्हें तय करना है और उनके साथ हमारी चर्चा चल रही है। मैं मंत्री परिषद के सभी 9 रिक्त पद नहीं भरूंगा। कुछ रिक्त पद छोड़ दिए जाएंगे, क्योंकि हमारी कांग्रेस के साथ बातचीत
जम्मू और कश्मीर में उमर अब्दुल्ला में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। बुधवार को शपथ लेने वालों में एक निर्दलीय समेत 6 विधायक शामिल रहे। खास बात है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने राज्य का उपमुख्यमंत्री हिन्दू विधायक सुरेंद्र कुमार को बनाया है। वहीं, अब तक सरकार में कांग्रेस की भूमिका साफ नहीं हो सकी है। अब्दुल्ला ने कहा था कि कैबिनेट में जगह को लेकर कांग्रेस से बातचीत चल रही है। खबरें हैं कि कांग्रेस ने NC सरकार को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है
सुरेंद्र कुमार चौधरी- एनसी के 2 हिन्दू विधायकों में से एक चौधरी को केंद्र शासित प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कहा जा रहा है कि जम्मू में क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के लिए उनका चुनाव किया गया है। चौधरी ने जम्मू के राजौरी जिले के नौशेरा सीट से जीत हासिल की है। NC के लिए चौधरी की जीत इसलिए भी अहम है, क्योंकि उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को बड़े अंतर से मात दी है। 56 वर्षीय चौधरी को जमीन से काफी जुड़ा हुआ माना जाता है।