रायपुर ब्यूरो रिपोर्ट। यहां रहना है तो दब कर रहना होगा वरना जान से खत्म कर देंगे और यूपी से गैंग बुलाकर सबक सिखा देंगे ये शब्द किसी फिल्मी डॉन के नहीं,बल्कि राजधानी रायपुर के बोरियाखुर्द,आरडीए कॉलोनी के कुख्यात बफाती उर्फ भोलू खान के हैं,जिसने शुक्रवार रात एक पत्रकार और उनके परिवार पर इसलिए हमला कर दिया क्योंकि पत्रकार ने अपने 12 साल के बेटे को दी गई धमकी का विरोध किया था।शुक्रवार शाम 6:10 बजे की बात है। पत्रकार का बेटा घर के सामने दोस्तों से हँस-बोल रहा था। तभी भोलू खान आया और बच्चे को घूरते हुए बोला, “बहुत बोलता है तू, अभी मारता हूँ।”रात 10:10 बजे जब पत्रकार ने शांति से इसका कारण पूछा तो भोलू और उसका बेटा हसन खान आग उगलने लगे। दिवाली के पटाखों का पुराना बहाना लेकर पहले गंदी गालियों की बौछार, फिर लात-घूंसे।

पत्रकार के सिर पर लाठी से वार कर दिया जिससे गहरी चोट, होंठ फट गया, बायाँ हाथ सुन्न। पत्नी के गले और दाहिने हाथ पर निशान। बीच-बचाव करने आए पड़ोसियों को भी धमकाया – जो बीच में आएगा, उसे भी देख लेंगे।मोहल्ले में भोलू का पुराना रिकॉर्ड है। मारपीट के कई मुकदमे, जेल की हवा खा चुका है। लोग बताते हैं कि वह अक्सर फोन पर ऊँची आवाज में किसी “यूपी वाले गैंग” से बात करता दिखता है और आसपास वालों को डराता रहता है। बच्चे तक उसका नाम सुनकर सहम जाते हैं।उक्त घटना को मोहल्ले के कालोनी वाशी ने साफ देखा कि कैसे दो लोग मिलकर एक परिवार पर टूट पड़े।पीड़ित पत्रकार ने एफआईआर में साफ लिखवाया है – “अगर भविष्य में मेरे परिवार के साथ कुछ भी हुआ तो पूरी जिम्मेदारी भोलू खान और हसन खान की होगी।टिकरापारा थाना प्रभारी विनय बघेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भोलू खान और हसन खान को गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी ने कहा, “भोलू आदतन अपराधी है, पहले भी जेल जा चुका है। इस बार घटना को संज्ञान लेते हाय बफाती उर्फ भोलू खानको जेल भेज दिया गया है। जांच जारी है, कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”मोहल्ले के लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं, पर सवाल एक ही है – कितने दिन बाद फिर छूटकर आएगा आएगा आरोपी और पुलिस ऐसे लोगों के ऊपर कड़ी कार्यवाही कब करेगी ।





