नई दिल्ली ब्यूरो रिपोर्ट। विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार, 15 अक्टूबर को पाकिस्तान पहुंचेंगे। दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में जारी तनाव के बीच यह बीते कई सालों में भारत की ओर से पहली उच्च स्तरीय यात्रा होगी।पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने मंगलवार को अपना विरोध वापस ले लिया, क्योंकि एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद (सीएचजी) की 23वीं बैठक कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद में शुरू हो रही है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ डिनर का आयोजन करेंगे और इसके साथ ही एससीओ समिट की शुरुआत होगी। बता दें कि अगस्त में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एससीओ समिट में शामिल होने का न्योता दिया था।करीब नौ साल बाद किसी भी भारतीय विदेश मंत्री का ये पहला पाकिस्तान दौरा होगा। इससे पहले दिसंबर 2015 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान गई थीं। सुषमा स्वराज इस्लामाबाद में अफगानिस्तान पर हुई कॉन्फ्रेंस में शामिल होने गई थीं ।
पाकिस्तान आज से शुरू होने वाली दो दिवसीय एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (सीएचजी) की बैठक की मेजबानी कर रहा है। पिछले साल अक्तूबर में बिश्केक में हुई बैठक में इस्लामाबाद ने एससीओ सीएचजी की अध्यक्षता ग्रहण की थी।सीएचजी बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ करेंगे। दो दिवसीय बैठक में अर्थव्यवस्था, व्यापार, पर्यावरण और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्र में चल रहे सहयोग पर चर्चा की जाएगी और संगठन के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी।