दक्षिण-पूर्वी कांगो में कलांडो कॉपर-कोबाल्ट खदान में एक बड़ा हादसा हुआ। जहां शनिवार को एक पुल ढह गया, जिसमें 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। रिपोर्टों के अनुसार, भारी बारिश के कारण पुल कमज़ोर हो गया था, लेकिन अवैध खनिकों ने चेतावनियों को नज़रअंदाज कर दिया और उस पर चढ़ गए। इस घटना का एक भयावह वीडियो भी सामने आया है।
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, क्षेत्रीय गृह मंत्री रॉय कुम्बा मायोंडे ने संवाददाताओं को बताया कि लुआलाबा प्रांत के मुलोंडो में कलांडो खदान का पुल शनिवार को ढह गया। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे की चेतावनियों के बावजूद अवैध खनिक प्रतिबंधित स्थल में घुस गए।
उन्होंने कहा कि पुल पर इतनी भीड़ थी कि जब यह ढह गया, तो लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े, जिससे कई लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। मायोंडे ने आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या कम बताई, लेकिन इस दुर्घटना में 40 से ज्यादा मजदूरों की मौत हो गई। अब इसका एक दिल दहला देने वाला वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
इसके इतर SAEMAPE नामक एक कांगोली संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे में कम से कम 40 लोग मारे गए हैं। SAEMAPE कारीगरी और लघु-स्तरीय खनन सहायता और मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करता है।
KOV कॉपर/कोबाल्ट खान दुर्घटना: साल 2019 को कांगो के लुअलाबा प्रांत की KOV खदान में, ग्लेनकोर संचालित खदान के पास लगभग 43 खनिक मारे गए थे। यह हादसा खदान की एक दीवार गिरने के कारण हुआ था। इस घटना ने भी असर्टिसनल और कॉर्पोरेट खान चलाने वालों के बीच छिपे विवाद को उजागर करती है।
कासाई डायमंड खदान हादसा: इसके बाद साल 2022 में भी त्शिकापा, कासाई प्रांत में हीरे की खदान में सुरंग ढहने से 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। यह भी एक गैर-नियमित खनन गतिविधि का हिस्सा था, जहां सुरक्षा मानकों की कमी थी। इस लिहाज से यह कह सकते हैं कि यहां खदान दुर्घटनाओं का होना नया नहीं है।
लुअलाबा, कोल्टन खदान हादसा: इसी साल यानी 2025 में पूर्वी कांगो में एक कोल्टन खदान में छत के ढहने से कम से कम 20 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। कोल्टन माइन में हुआ यह हादस के पीछे अस्थिर स्थिति, स्थानीय सुरक्षा की कमजोरी और असुरक्षित खनन परिस्थितियों को माना जाता है।





