मणिपुर ब्यूरो रिपोर्ट | मणिपुर के जिरिबाम में कुकी उग्रवादियों ने 3 साल के बच्चे को भी नहीं बख्शा, जिस तरह उग्रवादियों ने उनके दुश्मनों को भी नहीं बख्शा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि बच्चे को ऐसी मौत दी गई जो आदमी अपने दुश्मनों को भी नहीं देता है. 3 साल के मासूम के साथ उसकी मां और दादी का शव बीते दिनों असम सीमा पर बराक नदी के किनारे पाया गया था, जिसमें से तीन पहले पाए गए थे, इसलिए उनकी ऑटोप्सी रिपोर्ट मिली है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मासूम के सिर और चेहरे पर गोली मारी गई थी और उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया गया था.
रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चे की मां की हत्या दो दिन पहले की गई थी, जबकि बच्चे की आठ साल की बहन, आठ महीने के नवजात और मौसी की ऑटोप्सी रिपोर्ट अभी नहीं आई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चे की मां के सीने और पीठ पर गोलियों के निशान थे, जबकि दादी के सीने, खोपड़ी, पेट और बाहों पर गोलियों के निशान थे.