बिहार ब्यूरो रिपोर्ट | राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बीते दिनों पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक की कमान सौंपने की बात कही थी. लालू यादव के इस बयान के बाद से कांग्रेस और आरजेडी के रिश्तों में खटास पड़ती नजर आ रही है. कांग्रेस अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजद से सीधी टक्कर लेने के मूड में दिख रही है.
दरअसल बिहार कांग्रेस प्रभारी शाहनवाज आलम ने बिहार में मुस्लिम डिप्टी सीएम बनाने की मांग कर दी है. उन्होंने कहा है कि, 2025 में कोई मुस्लिम नेता ही डिप्टी सीएम बनेगा. हालांकी सीएम के तौर पर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का ही नाम बताया है. उन्होंने कहा कि, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे और उनके साथ दो उपमुख्यमंत्री होंगे, जिसमें एक मुस्लिम समुदाय से होगा, जबकि दूसरी डिप्टी सीएम सामान्य समुदाय से होगा.
बिहार में कांग्रेस की इस मांग से राजद का जहां बेस वोटबैंक खिसक सकता है. वहीं, इस डिमांड ने जदयू को भी सकते में डाल दिया है. बता दें कि बिहार में मुस्लिम-यादव सूबे में करीब 16-16 फीसदी हैं. लालू यादव ने 90 के दशक में यादव-मुस्लिम का ऐसा राजनीतिक गठजोड़ बनाया, जिसके दम पर उन्होंने 15 साल तक बिहार पर राज किया.
राजद पिछले 15 साल से सत्ता में नहीं है, लेकिन मुस्लिम-यादव ने उसका साथ नहीं छोड़ा है. अब लालू के इस वोटबैंक में सभी दल सेंधमारी करने की कोशिश करते रहते हैं. लालू यादव के बदले रुख के बाद कांग्रेस भी इस वोटबैंक को टारगेट कर रही है.
बता दें कि नीतीश कुमार को भी मुस्लिम वोटरों का काफी साथ मिलता है. यही वजह है कि कांग्रेस की डिमांड से जेडीयू को भी इससे खतरा महसूस होने लगा है. कांग्रेस के इस डिमांड का राजद और जेडीयू दोनों ही दलों ने विरोध किया है.
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि, कांग्रेस आलाकमान शाहनवाज आलम पर लगाम लगाएं. वे बेवजह विवादित बयान दे रहे हैं. वहीं, जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि, कांग्रेस के दामन पर मुसलमान के कत्ल के दाग हैं. बिहार विधानसभा उपचुनाव में मुसलमान ने एनडीए को वोट दिया, जिसके बाद कांग्रेस घबराई हुई है.