उत्तर प्रदेश ब्यूरो रिपोर्ट | उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भागवान राम की नगरी अयोध्या के विकास के बाद अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर सरकार की नजर है। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार अत्यधिक भीड़भाड़ वाले दालमंडी बाजार की संकरी गलियों को चौड़ा करने का फैसला लिया है। इसके लिए नगर निगम की टीम ने अभियान शुरू कर दिया। वाराणसी के मुस्लिम मोहल्ले में मौजूद करीब 10 हजार दुकानें तोड़ी जाएंगी। ये दुकानें थोक बाजार दालमंडी की हैं, जिसे पूर्वांचल का सिंगापुर भी कहा जाता है। इस फैसले के पीछे की असल वजह है कि बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर के लिये आने वाले भक्तों के आने-जाने में कोई दिक्कत में ना हो।
अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम दालमंडी पहुंची और नापी के साथ निशान लगाने का काम शुरू किया। अभियान के तहत जद में लगभग 10 हजार दुकानें आएंगी। अधिकतर दुकानें अतिक्रमण करके बनाई गई है जिससे भवन मालिक भी परेशान है। नापी की प्रक्रिया के बाद नगर निगम संबंधित मकान, दुकान मालिकों को नोटिस जारी करेगा। दरअसल, दालमंडी बाजार से करीब 150 मीटर दूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रमुख प्रवेश द्वार है। श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसलिए 8 फीट की सड़क को 23 फीट तक चौड़ा करने की तैयारी है। 900 मीटर की सड़क पर अब तक 10 हजार दुकानों का सर्वे हो चुका है। विभाग के मुताबिक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा दालमंडी मार्केट चौक और नई सड़क को जोड़ता है। जिस रोड से कभी ट्रैक्टर तक गुजर जाता था। आज वहां दो बाइक का अगल बगल से गुजरना मुश्किल है। नगर निगम की टीम ने नापी इस संकरे मार्ग को लगभग 20 फीट चौड़ा करने की योजना बनाई है।अपर नगर आयुक्त राजस्व अनिल यादव के बताया कि नोटिस की समयसीमा समाप्त होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
दालमंडी में 10 हजार दुकानों का होगा ध्वस्तीकरणी
20 दिसंबर को कमिश्नर कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में जिले में निर्माणाधीन छह सड़कों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभिन्न सड़कों की स्थिति और उनके निर्माण कार्य की प्रगति पर चर्चा की गई। इस दौरान कमिश्नर ने दालमंडी क्षेत्र की सड़क के चौड़ीकरण कार्य को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए। इस अभियान के तहत पहले नगर निगम की टीम नापी करेगी। इसके बाद मकान और दुकान मालिकों को नोटिस जारी किया जाएगा। माप-जोख के बाद, मकान और दुकान मालिकों को नोटिस जारी किया जाएगा, जिसमें उन्हें अपने निर्माण को वैध बनाने के लिए निर्धारित समय सीमा दी जाएगी। नोटिस के बाद इस इलाके में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी इलाके के विकास कार्य से संबंधित प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में है। बीते 06 दिसंबर को वाराणसी आए सीएम ने दालमंडी क्षेत्र के विकास के लिए तैयार प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी और सड़क चौड़ीकरण कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने का आदेश दिया था। दालमंडी का एक छोर चौक थाने के समीप है। यहां से लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रमुख प्रवेश द्वार है। इस इलाके की संकरी गलियों के कारण विकास कार्यों में सरकारी अमले को दिक्कत आ रही थी। क्षेत्र के कई मुस्लिम बंधुओं ने सीएम योगी से दालमंडी को अतिक्रमण मुक्त कराकर विकास कार्य कराने की अपील की थी।