बिहार ब्यूरो रिपोर्ट | बिहार की राजनीति में सांप्रदायिक मुद्दों को लेकर नए विवाद और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बन गई है, जहां लालू यादव और कांग्रेस दोनों ने नीतीश कुमार को सीधे तौर पर घेरा है।
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोलते हुए उनके नेतृत्व की तुलना केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से की है। लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन और गिरिराज सिंह के शासन में कोई खास फर्क नहीं है। गिरिराज सिंह के विवादास्पद बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए, उन्होंने कहा कि “हिंदू-मुस्लिम सब रहेगा” और सवाल किया कि क्या यहां कोई दंगा-फसाद कराना चाहता है। तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश कुमार को राज्य में शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने के बयान का समर्थन करते हुए, लालू ने कहा कि तेजस्वी ठीक बोल रहे हैं।
लालू प्रसाद यादव का यह बयान गिरिराज सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ और बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह के बयान के संदर्भ में आया, जहां सिंह ने कहा था कि अररिया में रहना है तो “हिंदू-हिंदू” बोलना होगा। इस विवादास्पद बयान ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने का आरोप झेलना पड़ा है।
कांग्रेस ने भी किया नीतीश पर हमला
कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला तेज कर दिया है। कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अब “राम-राम” से “हिंदू-हिंदू” तक पहुंच गई है और उनके नेता अब धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह की भाषा असल में नीतीश कुमार की भाषा है, और आने वाले दिनों में बीजेपी के अन्य नेता भी ऐसा ही बोलेंगे। कांग्रेस ने इसे नीतीश कुमार की जिम्मेदारी बताया कि वे इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब दें।