पूर्व रणजी चैम्पियन विदर्भ की बड़ौदा पर शानदार जीत के साथ बुधवार का दिन ऐतिहासिक रहा। इस जीत के साथ अक्षय वाडकर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में विदर्भ के कप्तान के रूप में फैज फजल की बराबरी कर ली। दोनों की झोली में अब 20-20 जीत दर्ज हैं लेकिन वाडकर सबसे कम मैचों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले विदर्भ के पहले कप्तान बन गए हैं।
साथ ही विनिंग प्रतिशत के मामले में वे अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान की उपलब्धि हासिल की है। वे जीत के मामले में फैज से करीब 29 प्रतिशत आगे हैं। आंकड़े दर्शाते हैं कि वाडकर उत्कृष्ट नेतृत्व, आक्रामक रणनीति और जीत दिलाने की क्षमता के कारण विदर्भ के इतिहास में सबसे सफल कप्तान हैं। विदर्भ की मौजूदा फॉर्म और वाडकर की कप्तानी टीम को एक नई ऊंचाई पर ले जा रही है।
मैच समीक्षक दिलीप सिंह उपरिंग का मानना है कि फर्स्ट क्लास करिअर में विदर्भ के सबसे सफल कप्तान के रूप में फैज फजल को देखा जाता है जिन्होंने 47 मैचों में 20 जीत दर्ज की थीं। बड़ौदा के खिलाफ जीत के साथ ही वाडकर ने उनकी बराबरी कर ली। अब एक जीत मिलते ही वाडकर विदर्भ के लिए सबसे अधिक पूर्ण जीत वाले कप्तान भी बन जाएंगे।
अक्षय वाडकर : विदर्भ के सबसे प्रभावी कप्तान
28 – मैच
20 – जीत
02 – हार
06 – ड्रॉ
71.42% – जीत का प्रतिशत
फैज फजल : विदर्भ के सबसे अनुभवी कप्तान
47 – मैच
20 – जीत
06 – हार
21 – ड्रॉ
42.55% – जीत का प्रतिशत
4070 रन का योगदान
कप्तान व विकेटकीपर बल्लेबाज अक्षय वाडकर का फर्स्ट क्लास कॅरियर अब तक शानदार रहा है। टीम का मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ वे खुद एक छोर पर खड़े होकर टीम को फंसे हुए मैचों से निकालने का काम भी करते हैं। वाडकर ने अब तक फर्स्ट क्लास कॅरियर में खेले 68 मैचों की 104 इनिंग में 46.25 के एवरेज के साथ 4070 रन बनाए है। इनमें 11 शतक और 19 अर्धशतक शामिल है। निजी हाईएस्ट स्कोर 146 रन का है। विकेट के पीछे उन्होंने अब तक 157 कैच और 25 स्टम्पिंग कर बल्लेबाजों को पवेलियन भी भेजा है।
मैच के बाद ‘नवभारत’ से चर्चा करते हुए कप्तान अक्षय वाडकर ने कहा कि हमारी खेल प्लानिंग बिल्कुल सिंपल रहती है। हम पूर्ण जीत के बारे में सोचकर मैदान में उतरते हैं। कई बार हालात विपरीत होते हैं लेकिन जब आप सोचकर खेलते हो तो हमारा दिमाग वैसे ही काम करता है। अन्य स्टेट की पिचों पर अनुभव काम आते हैं। सिचुएशन को समझकर कई बार गेम प्लान बदलते हैं लेकिन मुख्य फोकस पूर्ण जीत पर ही रहता है।
खासकर हमारी टीम के खिलाड़ियों को मैच कैसे बदलना है यह अच्छे से पता है। सभी खिलाड़ी स्पेशल हैं। मैं बस उन्हें मैच के हालात में ढालने की कोशिश करता हूं और जो खिलाड़ी जहां प्रदर्शन कर सकता है उसे वहीं पर ज्यादा मौके देने के प्रयास रहते हैं, इसलिए उनके बल्ले से अच्छे रन और गेंद से अच्छे विकेट निकलते हैं जिसका फायदा टीम को मिलता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विदर्भ टीम का प्रदर्शन आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा।










