प्रधानमंत्री ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने उत्तर प्रदेश को भारत का उभरता हुआ औद्योगिक और निवेश केंद्र बताते हुए देश-विदेश के उद्योगपतियों और निवेशकों को यहां निवेश के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी की विकास यात्रा, कनेक्टिविटी, डिफेंस और टेक सेक्टर की उपलब्धियों को भी बताया। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बुनियादी ढांचे से लेकर मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स तक हर क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश की अद्भुत संभावनाएं हैं। यहां पर एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट जैसे बुनियादी ढांचे में भारी सुधार हुआ है, जिससे लॉजिस्टिक लागत में भारी कमी आई है। उन्होंने बताया कि यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे और इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बन गया है। नमामि गंगे अभियान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस पहल से यूपी अब क्रूज टूरिज्म के नक्शे पर भी उभरकर सामने आया है। वहीं, हेरिटेज टूरिज्म में भी राज्य ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है।
प्रधानमंत्री ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ योजना की तारीफ करते हुए कहा कि इसने यूपी के विभिन्न जिलों के पारंपरिक उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाई है। उन्होंने बताया कि राज्य मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में रिकॉर्ड बना रहा है।
पीएम मोदी ने बताया कि देश में बनने वाले कुल मोबाइल फोनों में से 55% उत्तर प्रदेश में बनते हैं। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा के पास एक बड़ी सेमीकंडक्टर यूनिट का निर्माण जल्द शुरू होगा, जिससे भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता को और बल मिलेगा।
रक्षा क्षेत्र में यूपी की भूमिका को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राज्य में डिफेंस कॉरिडोर तेजी से विकसित हो रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल समेत कई स्वदेशी हथियारों का निर्माण शुरू हो चुका है। साथ ही, रूस के सहयोग से एके-203 राइफलों का उत्पादन भी जल्द शुरू होने वाला है।
प्रधानमंत्री ने निवेशकों से आह्वान करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में निवेश करें, मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दें। राज्य में लाखों MSMEs हैं जो मजबूत सप्लाई चेन तैयार कर सकते हैं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर हर कदम पर आपका साथ देंगे।” उद्घाटन भाषण के अंत में पीएम मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जयंती पर याद किया और कहा कि अंत्योदय का विचार, यानी सबसे अंतिम व्यक्ति का उत्थान, भारत के विकास मॉडल की आत्मा है।